Thursday, March 28th, 2024

बीयू में हाईटैक हुई नकल, नकलची को ब्लू टुथ के साथ दबोचा

भोपाल
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय ने तीन साल बाद आफलाइन परीक्षाएं ले रहा है। इसके पहले मई-जून में 2019 में आफलाइन एग्जाम कराये गये थे। प्रथम वर्ष की परीक्षाओं पर नजर रखने के लिये बीयू ने तीन उडनदस्ते तैयार किये हैं। उडनदस्तों ने परीक्षा में 150 विद्यार्थियों के खिलाफ नकल के प्रकरण दर्ज किये हैं। विद्यार्थियों ने काफी हाईटैक तरीके नकल करना शुरू कर दिया है, लेकिन उडनदस्तों की नजरों से नकलची विद्यार्थी नहीं बच सके हैं।

मार्च 2020 में कोरोना संक्रमण के चलते लाकडाउन और अप्रैल 2021 में जनता कर्फ्यू के चलते बीयू को अपनी सभी परीक्षाएं ओपन बुक सिस्टम से कराना पडी थीं। कोरोना संक्रमण में राहत को देखते हुये उच्च शिक्षा विभाग ने आफलाइन एग्जाम कराने के आदेश जारी किये थे। इसके चलते द्वितीय और तीसरे वर्ष के आफलाइन एग्जाम लेने के बाद अब प्रथम वर्ष की परीक्षाएं कराई जा रही हैं। परीक्षाओं को नकल से रोकने के लिये दो उडनदस्ते तैयार किये गये। दोनों उडनदस्तों ने एक माह से चल रही परीक्षा में करीब 150 विद्यार्थियों के खिलाफ नकल के प्रकरण दर्ज किये हैं। इसमें एक नकल प्रकरण इटारसी कालेज में दर्ज किया गया है। इसमें विद्यार्थी ब्लू टूथ लगाकर नकल कर रहा था।

इस दौरान उडनदस्ते के सदस्य ने देखा कि विद्यार्थी के उत्तरपुस्तिका में खिलते समय लिप्स मुवमेंट कर रहे हैं। उसका परीक्षण करने पर उनके कान में ब्लू-टूथ दिखाई दिया। इसके बाद उनके खिलाफ नकल प्रकरण दर्ज कर दिया गया है। इसी तरह कैरियर कालेज में एक विद्यार्थी ने नकल की पर्चियों को लेमिनेशन कराकर अपने जेब में रखे हुये था। वह उन्हें एक-एक कर जेब से निकालता और कापी में उत्तर खिल रहा था। उसे भी दबोच लिया गया। वहीं एक अन्य कालेज में विद्यार्थी सामने से तलाशी देकर पीछे पूरी गाइड पेंट में रखे हुये था। वह वीक्षक के अभाव में नकल करता था, लेकिन वह उडनदस्तों की पैनी निगाहों से नहीं बच सका। उसके खिलाफ भी नकल प्र्रकरण दर्ज कर लिया गया है।

नकल में हुई कटौती
दो माह पहले बीयू ने द्वितीय और तृतीय वर्ष की परीक्षाएं कराई थीं। इसमें 1100 विद्यार्थियों के खिलाफ नकल प्रकरण दर्ज किये गये थे। जबकि प्रथम वर्ष की परीक्षाओं में 150 विद्यार्थियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज हुये हैं। इससे बीयू में नकल प्रकरण में उडनदस्तों की सख्ती ज्यादा होने के कारण प्रकरण में गिरावट दर्ज हुई है। हालांकि द्वितीय और तृतीय वर्ष की परीक्षाएं देने वाले विद्यार्थियों ने दोनों परीक्षा कोरोनाकाल में ओपनबुक सिस्टम के तहत दी थीं। इसलिये उनके खिलाफ ज्यादा प्रकरण दर्ज भी हुये हैं।

तीन उडनदस्तें में 12 प्रोफेसर
बीयू ने तीन उडनदस्तों में एक दर्जन प्रोफेसरों को शामिल किया है। इसमेंउडनदस्ते में प्रो.पवन मिश्रा को समन्वयक बनाया गया है। वहीं संयोजक के तौर पर डॉ संतोष कुमार भदौरिया, डॉ डीआर तिवारी और डॉ अच्छेलाल को नियुक्त किया गया। डॉ प्रतिभा सिंह, डॉ सुरेंद्र यादव, डॉ केके कुंभारे, डॉ योगेंद्र यति, डॉ अजीमुद्दीन अंसारी, डॉ.कपिल सोनी, डॉ. अभिलाषा भावसार, डॉ रेखा खंडाई और डॉ पीके शर्मा को शामिल किया है।

 

संबंधित ख़बरें

आपकी राय

12 + 6 =

पाठको की राय