Monday, May 20th, 2024

मंत्री से भ्रष्टाचार की शिकायत होने अतिरिक्त संचालक रघुवंशी को बनाया ओएसडी

उच्च शिक्षा विभाग ने भोपाल-होशंगाबाद संभाग के अतिरिक्त संचालक डॉ. महेंद्र सिंह रघुवंशी को सतपुडा भवन में ओएसडी के रूप में पदस्थ किया है। कुछ प्राचार्यों ने उनके खिलाफ मंत्री डॉ. मोहन यादव से भ्रष्टाचार करने की शिकायत कर रखी है। यहां ऐसा बताया गया कि मंत्री यादव जहां दौरान करने जाते थे। वहां एडी रघुवंशी पहुंच जाते थे। इस दौरान वे प्राचार्यों से पेट्रोल-डीजल के नाम पर दो से पांच हजार रुपये तक की राशि मांगने से परहेज तक नहीं करते थे। एक प्रकरण पचौर कालेज का सामने आया है। ऐसा नहीं हैं कि वे पहली बार भ्रष्टाचार के फंसे हों। इसके पहले भी वे मंत्रालय में फंस चुके हैं। एक बार तत्कालीन प्रमुख सचिव ने उनकी जेब से भ्रष्टाचार में लिये गये रुपये तक निकालकर उनके हाथ पर रखे थे। इस दौरान उन्हें मंत्रालय से चलता कर दिया गया था। प्रो. रघुवंशी के भ्रष्टाचार से जुडे कई साक्ष्य हमारे पास मौजूद हैं। वहीं उन्हें अयोग्य होने के बाद भी अतिरिक्त संचालक के रूप में पदस्थ किया गया है। इसके चलते वे हमेशा का चर्चा का विषय बने रहते हैं। वे गीतांजलि कालेज की प्राचार्य डॉ. अल्का डेविड की दो बिंदुओं की जांच करने पर चर्चा में बने हुये हैं। राजधानी भेल कालेज प्राचार्य डॉ मथुरा प्रसाद और स्टेट लॉ कालेज प्राचार्य डॉ. सुधा बैसा जैसे दो सीनियर पीजी प्राचार्य होने के बाद भी असिस्टेंट प्रोफेसर को एडी नियुक्त करना नियमों के काफी विरूद्ध है। इसलिए विभाग ने उनकी सीआर को शिकायतों के आधार पर उन्हें 83 कालेजों को संभालने वाले अतिरिक्त संचालक की कुर्सी से दूर दराज के कालेज में पदस्थ किया जा रहा था। विभागीय अधिकारियों का कहा है कि प्रो. रघुवंशी को इसकी भनक लगी कि उन्हें सजा के तौर पर काफी दूर भेजा जा रह है। तब वे मंत्री के बंगले पहुंचे। मंत्री यादव से कई मिन्नते और अचर्ना करने के बाद उन्हें उच्च शिक्षा संचालनालय में ओएसडी के रूप में पदस्थ करने का आदेश जारी किया गया है। रोस्टर तैयार करने में हुई विभाग की किरकिरी के चलते ओएसडी राजेंद्र जुगादे को लटेरी कालेज में पदस्थ किया है। जुगादे ने रोस्टर बनाने में काफी गडबडी की है। इसके चलते विभाग को हाईकोर्ट के सामने काफी किरकिरी उठानी पडी। इसके चलते शासन ने जुगादे को लटेरी कालेज भेज दिया है। हालांकि लटेरी कालेज में कोई सीनियर नहीं हैं। इसलिए उन्हें वहां प्रभारी प्राचार्य की जिम्मेदारी भी मिल सकती है। रुसा के ओएसडी प्रज्ञेश अग्रवाल को एक्सीलेंस कालेज भेजा गया है। राकेश श्रीवास्तव को ओएसडी संचालनालय से मोतीलाल विज्ञान कालेज भेजा गया है। ओएसडी अग्रवाल और श्रीवास्तव के जाने से दो विभाग खाली हो गये थे। इसलिए विभाग ने रुसा की रिक्त कुर्सी की पूर्ति करने उज्जैन से विशाल टॉकले और संचालनालय की एक कुर्सी पर सीहोर से अनिल राजपूत को नियुक्त किया गया है।

 

Source : Agency

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