Sunday, September 8th, 2024
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फिसड्डियों ने PG की CLC में एडमिशन लेने में टापर को पछाड़ा

पचास हजार सीटों पर प्रवेश देने आज जारी हुई 70 हजार की मेरिट  

भोपाल
कोरोना काल के कारण दो साल से टापर बने विद्यार्थियों को पीजी में प्रवेश लेने पिछले साल तक यूजी की डिग्री करने में रुक रुक कर पास होने वाले विद्यार्थियों ने पड़ा दिया है। अभी तक उच्च शिक्षा विभाग पीजी की डेढ लाख सीटों में से एक लाख सीटों पर प्रवेश हो चुके हैं। जबकि आज शेष पचास हजार सीटों के लिए करीब 70 हजार विद्यार्थियों की मेरिट जारी होगी।

पीजी में दो कालेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) से प्रवेश लेने टापर विद्यार्थियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा रहा है। उनके लिए परेशानी का कारण कोई और नहीं बल्कि गत वर्ष तक रुक रुक कर यूजी की डिग्री करने वाले 15 हजार विद्यार्थी हैं, जिन्हें प्रवेश मिल चुके हैं। उनके चलते यूजी के प्रथम के बाद दूसरे वर्ष में टाप करने वाले विद्यार्थी अभी तक अच्छे कालेजों में प्रवेश नहीं ले पाए हैं। इसकी वजह विवि द्वारा अंतिम वर्ष का रिजल्ट जारी नहीं करना और विभाग की आनलाइन प्रवेश व्यवस्था है, जिसमें टापर विद्यार्थियों को सबसे निचले पायदान पर रखा है। विभाग आज रिक्त करीब पचास सीटों पर प्रवेश देने के लिए 70 हजार विद्यार्थियों की मेरिट जारी करेगा।

ऐसी बनी समस्या
विभाग ने एनसीसी, एनएसएस और स्काउड के विद्यार्थियों को प्रथम, मप्र के विद्यार्थी दूसरे, मप्र के बाहर के विद्यार्थी तीसरी और चतुर्थ श्रेणी में रिजल्ट रुके विद्यार्थियों को रखा है। इसलिए पहली सीएलसी में करीब साठ हजार प्रवेश हुए हैं। इसमें करीब 15 हजार विद्यार्थी गत वर्ष के अंतिम वर्ष की डिग्री करने वाले विद्यार्थी शामिल हैं। जबकि टापर को आज होने वाली मेरिट में कालेज में प्रवेश मिल सकता है। क्योंकि अभी तक राज्य का कोई भी विवि यूजी के अंतिम वर्ष का रिजल्ट जारी नहीं कर सका है, जिसके कारण वे प्रथम और दूसरे वर्ष के नंबर होने पर मेरिट में स्थान नहीं बना पा रहे हैं।

सीटें हुई ब्लाक
सीएलसी में विभाग मेरिट जारी करता है, तो विद्यार्थी अपने पसंद के कालेज की मेरिट में स्थान नहीं पाता है। इसके चलते वे दूसरे आवंटित कालेज में प्रवेश लेना चाहते हैं। इसके चलते दोनों कालेजों की सीटें ब्लाक हो जाती हैं। वहीं वेटिंग वाले विद्यार्थी भी प्रवेश से वंचित रह जाते हैं। विद्यार्थी होने के बाद भी विभाग कालेजों में प्रवेश नहीं करा पा रहा है।

क्या कहते हैं प्रोफेसर
प्रोफेसरों का कहना है कि विभाग को हर दिन मेरिट बदलना चाहिए, ताकि आवंटित विद्यार्थी को हटाकर वेटिंग के विद्यार्थी को प्रवेश मिल सके। इससे सभी विद्यार्थियों को अपने पसंद के कालेज में प्रवेश मिल जाएंगा और विद्यार्थियों में असमजंस की स्थिति साफ हो जाएगी।

Source : MP Education

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